Thursday, 31 January 2013

## मानस तन ##


मानस तन बड़े भाग्य से पाया ,
पर छल-कपट में ही गँवाया ,
धोखा-फरेब ही किया ,
झूठ को ही है जिया |
अपमान किया सबका,
नहीं किया सम्मान किसी का,
नफ़रत किया सभी से ,
नहीं किया  प्यार
किसी से|
धोखे से लिया कभी ,
धन दौलत कभी ,
जान
किसी की ,
या फिर लिया मान |
कौन करेगा विश्वास,
प्राणियों में हम खासमखास ,
लगाते है सब हमसे आस ,
हम तोड़ते हमेशा सबका विश्वास |

हम करते है घात ,
दिखने में बस मानस जात |
करते है जानवरों से भी ,
ज्यादा गये गुजरे काम ,
नहीं पा सकते ऐसे तो ,
हम कोई भी मक़ाम |
करते है मांस भी भक्षण ,
क्या ये है इंसानों के लक्षण,
बईमानी है हमारे हर सांस ,
बने फिर रहे है बस लाश ,|
जानवरों का सा व्योहार ,
करते इज्जत सबकी तार-तार ,
मानस तन बड़े भाग्य से पाया ,
पर दुरुपयोग ही कर इसे गंवाया |
||सविता मिश्रा ||


Monday, 28 January 2013

दूसरो ने जो रुलाया वह क्या कम था
अपनों ने भी हमकों रोता बिलखता छोड़ा
आंसुओं को करती इक्कठा जो सविता
नदियाँ भी समझती हमें अपने रास्तें का रोड़ा |
..सविता मिश्रा


Friday, 25 January 2013

.काश भारत अपनी महानता को बनाये रखता..नारियों की इज्जत करना .....बड़े बुजुर्गों का सम्मान ........अनेकता में भी एकता ....अतिथियों का तहेदिल से स्वागत ...यह सब है अपनी महानता .......पर आजकल खोती जा रही है कही .....................
हम भारत वासियों की मांग है .....अत्याचार बंद हो नारियो पर ..भ्रष्टाचार थोड़ा तो कम हो ...खत्म होने की मांग करेगें तो पता नहीं कितने का हाटफेल हो जायेगा ......२ साल पहले बने कानून में कुछ तो बदलाव करिए ..वैसे कुछ क्या सब कुछ बदलना चाहिए ...समय आगे बढ़ गया है हमारा कानून अब भी जर्जर बना हुआ है ...budha हो गया है बैशाखी पर अब तो ना चलने दीजिये ..वर्ना महानता हमारी कही खो जाएगी .......अपराधी इतने बढ़ जायेगें कि भारत माता घुट घुट अपना दम तोड़ देगीं .......दुःख है अपने देश को आजाद हुए इतने साल हुए पर हम अभी हाथ बांधे खड़े है ....भीख भी मांगने में अग्रसर है ..जबकि हमसे धनिकों की कोई है ही नहीं ...हमारे यहाँ सड़क पर सोने वाला भी कभी कभी २५-३० हजार का मालिक है ..पर हम देने में नहीं गाड़ने में विश्वास रखतें है ..भले ही वह गड़ा-गड़ा जंग खा जाये ...धनिकों की भी कहा कमी है .......दुनिया में करोडपतियो में गिनती है हमारे देशवासियों की ...पता नहीं कब सुधेरेगी अपने देश की हालत ...फिर भी आशा है शायद सुधर ही जाये .....सविता मिश्रा .....
इसी आशा के साथ आप सभी को एक बार फिर से हार्दिक बधाई ............................शुभ रात्रि

Friday, 11 January 2013

~देखिये तो ~

१..
मंजिल दूर नहीं है
चल कर तो देखिये
मिल जायेगी
 कभी ना कभी
जरा कोशिश
करके तो देखिये
प्यार यदी ...
पाना है तो
प्यार!
देकर तो देखिये
झोली आपके
समां न पायेगी
जरा झोली फैला
कर तो देखिये |१/९८


++सविता मिश्रा ++

२..

चोर को पकड़,
जो हमने,
अपना हाथ,
उठाया..
कि तभी ,
आत्मा ने ...
स्वयं को ही,
चोर बताया | ११/८९
तुझे हीरा कहूँ या मोती
तू है मेरे आँखों की ज्योति
रात रात भर उठ कर हूँ मैं रोती
जो तू पास ना मेरे होती
प्रभु से करती हूँ प्रार्थना सदा
तुझको मिले खुशियाँ सर्वदा
मेरा सर जब भी प्रभु के आगे झुकता
तेरे लिए ही सदा दुआ मांगता
हिमाद्री तू मेरे है दिल का टुकड़ा
तू पास नहीं तो मन मेरा रहे उखड़ा-उखड़ा|...सविता मिश्रा

जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाये हमारी बिटिया रानी आपको ....... - ईश्वर आप को सुख, सम्पति, संतुष्टि और स्वास्थ्य के साथ साथ आपको लम्बी उम्र दे. जीवन का हर क्षण मंगलमय हो...