१..
मंजिल दूर नहीं है
चल कर तो देखिये
मिल जायेगी
कभी ना कभी
जरा कोशिश
करके तो देखिये
प्यार यदी ...
पाना है तो
प्यार!
देकर तो देखिये
झोली आपके
समां न पायेगी
जरा झोली फैला
कर तो देखिये |१/९८
मंजिल दूर नहीं है
चल कर तो देखिये
मिल जायेगी
कभी ना कभी
जरा कोशिश
करके तो देखिये
प्यार यदी ...
पाना है तो
प्यार!
देकर तो देखिये
झोली आपके
समां न पायेगी
जरा झोली फैला
कर तो देखिये |१/९८
++सविता मिश्रा ++
२..
चोर को पकड़,
जो हमने,
अपना हाथ,
उठाया..
कि तभी ,
आत्मा ने ...
स्वयं को ही,
चोर बताया | ११/८९
२..
चोर को पकड़,
जो हमने,
अपना हाथ,
उठाया..
कि तभी ,
आत्मा ने ...
स्वयं को ही,
चोर बताया | ११/८९
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