Sunday 11 May 2014

माँ तू भगवान से भी अधिक दयालु --



माँ तू भगवान से भी अधिक दयालु 
तेरे आँचल में रहकर सारा सुख पाया 
गलतियों की सजा ज़रूर देता है ईश्वर
पर तू ही है जिससे हमेशा माफ़ी पाया।

तेरी बखान में पूरी पोथी लिख डालूँ
माँ तू भगवान से भी अधिक दयालु ||

तेरा आँचल है ममता से भरा भरा
तेरे आँचल में ही है मेरा संसार सारा 
सारे जहाँ ने जिसे कमजोर कह ठुकराया
उसे भी तूने ताउम्र अपने आँचल में छुपाया।

तेरी ममता के गुण जरा मैं गा लूँ
माँ तू भगवान से भी अधिक दयालु ।।

माँ तूने गर्भ से ही है पाला मुझको 
कष्ट हुआ न जाने कितना तुझको 
है नहीं तुझे किसी भी दर्द का तनिक भी गम 
तूने सहा मेरी नादानियों को सदा कहके कम
तूने अपनी ममता से हमेशा मुझे है दुलारा
मेरे कष्टों से तूने हमेशा मुझे उबारा 
बहका जब कभी भी मेरा कमजोर मन 
तूने रास्ता दिखाया पथ-प्रदर्शक बन।

तेरे उपकारों के गुण जरा मैं गा लूँ
माँ तू भगवान से भी अधिक दयालु ||
माँ तूने मेरा कितना दिया है साथ 
बचपन में सिखाया चलना पकड़ कर हाथ
लिखना-पढ़ना भी तूने ही सिखाया 
बोलना एवं सम्मान करना तूने ही समझाया
संस्कारों के छीटों से तूने
यह नन्हा पौधा किया बड़ा
पर आज जो तू हो गयी बूढी 
बनना चाहिए था जब मुझको तेरी छड़ी 
मैंने तेरे दिए उन संस्कारों को भुला दिया 
अपने फर्ज को भूल तुझे अकेला छोड़ दिया।

अपने स्वार्थी तन-मन को निशदिन धिक्कारूं
माँ तू भगवान से भी अधिक दयालु ||

माँ तूने मेरे छोटे से छोटे दुःख के लिए 
अपनी सारी की सारी रैन है गंवाई 
मुझे फूलों पर सुलाने के लिए 
स्वयं काँटों पर ही सदा सोई 
मेरा पसीना बहा है जहाँ 
तूने अपना खून बहाया है वहाँ
मुझे तनिक खरोंच भी ना आये कहीं
तू ढ़ाल बनकर सदा साथ ही रही |

तेरे अहसानों के गुण जरा मैं गा लूँ
माँ तू भगवान से भी अधिक दयालु ||

माँ तू आज कहीं खो गई
शायद स्वर्ग लोक की रानी हो गई
जब तू नहीं है मेरे आसपास कहीं
तेरी कमी मुझको बहुत ही खली
बस मुझ पर एक कृपा करना माँ
हर जन्म में तू ही मेरी माँ बनना माँ | 

ताकि तेरे आँचल का सुख फिर से मैं पा लूँ
क्योंकि तू तो है भगवान से भी अधिक दयालु ||

तेरा बखान करूँ अपार पर मैं शब्दहीन हूँ
मेरी माँ तेरे गुणों के आगे तो मैं दीनहीन हूँ।।
||सविता मिश्रा 'अक्षजा'।।

4 comments:

दिगम्बर नासवा said...

माँ को समर्पित कोमल भाव ... दिल को छूते शब्द ...

सविता मिश्रा 'अक्षजा' said...

सुशील भैया दिगम्बर भैया सादर नमस्ते आप दोनों आदरणीयो को और साथ में आभार भी
\

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' said...

लाजवाब प्रस्तुति...
नयी पोस्ट@बधाई/उफ़ ! ये समाचार चैनल
नयी पोस्ट@बड़ी दूर से आये हैं

सविता मिश्रा 'अक्षजा' said...

धन्यवाद आपका चतुर्वेदी भाई दिल से