Saturday 30 January 2016

~चोट ~

"ये क्या कर रहे हो दोनों बगीचे में इस बरसात में ? बीमार पड़ जाओगे अगर भींगे तो ?
"दादी, रेन कोट पहने हम दोनों, भीगेंगे नहीं | "
"इस बूंदाबांदी में भी कोई वृक्ष की जड़ों में पानी डालता हैं क्या ?"
"नहीं दादी माँ, वृक्ष को पानी नहीं दे रहे थे बल्कि बिल्ली मौसी को पानी पिला रहे थे |
"बिल्ली पी रही थी !"
"नहीं, वो भी पानी देखते ही वृक्ष के पास अपने पंजो से मिट्टी खोदने लगी | शायद उसे भी पता कि वृक्ष को पानी की जरूरत होती हैं |"
"पर बच्चों,जैसे हम तुम्हारा ख्याल रखते और प्यार करते हैं वैसे ही उन नन्हें पौधों को ही देखभाल और प्यार यानि पानी की जरूरत होती है | "वृक्ष तो बरसात से स्वयं ही पानी इकट्ठा कर लेता है |
"अच्छा ! मतलब जैसे पापा-मम्मी आपका ख्याल नहीं रखते और न प्यार बरसाते वैसे वृक्ष ...?" सविता मिश्रा

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