किसी के दिल को छू जाए ऐसा कोई भाव लिखने की चाहत ..कोई कवियत्री नहीं हैं हम | अपने भावों को शब्दों का अमलीजामा पहनाते हैं बस .:)
शुभ संध्याएक से बढ़ कर एक बेजोड़ हाइकुस्नेहाशिष
बहुत बहुत शुक्रिया दीदी ....शुभ रात्रि
बीएएचयूटी खूबसूरत हाइकु। अंतिम हाइकु शायद बराबर नहीं है "उठाए डोली कहार" है , और प्रथम हाइकु की दूसरी लाइन मे भी थोड़ा दोष है ।
राजपूत भाई बहुत बहुत शुक्रिया .....ये और ए से भी ख़ास फर्क पड़ता है क्या ..सही करते है
सविता जी आप बहुत अच्छा लिख सकती हैं। आप अपने हाइकु इस मेल पर भेजिए-rdkamboj49@gmail.com सस्नेह रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
शुक्रिया रामेश्वर भैया ..आप बड़े मार्गदर्शन करेगें तो कोशिश जारी रहेगी
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8 comments:
शुभ संध्या
एक से बढ़ कर एक बेजोड़ हाइकु
स्नेहाशिष
बहुत बहुत शुक्रिया दीदी ....शुभ रात्रि
बहुत बहुत शुक्रिया दीदी ....शुभ रात्रि
बीएएचयूटी खूबसूरत हाइकु।
अंतिम हाइकु शायद बराबर नहीं है "उठाए डोली कहार" है , और प्रथम हाइकु की दूसरी लाइन मे भी थोड़ा दोष है ।
राजपूत भाई बहुत बहुत शुक्रिया .....ये और ए से भी ख़ास फर्क पड़ता है क्या ..सही करते है
राजपूत भाई बहुत बहुत शुक्रिया .....ये और ए से भी ख़ास फर्क पड़ता है क्या ..सही करते है
सविता जी आप बहुत अच्छा लिख सकती हैं। आप अपने हाइकु इस मेल पर भेजिए-rdkamboj49@gmail.com
सस्नेह रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
शुक्रिया रामेश्वर भैया ..आप बड़े मार्गदर्शन करेगें तो कोशिश जारी रहेगी
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