देश के सिपाही देश के रक्षार्थ करते रहे है बलिदान
और नेता ही देश के बार बार रहे करते अपमान |
सम्मान करना सिख जायेगे जिस दिन देश का
नहीं है दम जो कर पाये कोई विदेशी अपमान |...सविता मिश्रा
डरते थे गद्दारों से कभी
अब अपनों से डरते है
यूँ ही आजादी का जश्न हम
हर वर्ष करते है |
||सविता मिश्रा ||.
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