कौन कहता है हम भारतीय गरीब है विदेश में एक
लड़की पर अपनी बोली लगा दुसरे स्थान पर क़ाबिज एक भारतीय ..........और भी कई भारतीय है
जो अमीरी में विदेशी अमीरों के समझ खड़े है ......फिर भी गरीबी का रोना यदि
अपने देश में जरा सा भी सहयोग दे दे तो नज़ारा कुछ और ही हो खैर वह तो एक
अलग बात है .........कहना तो यह है कि अपने देश में तो अपने संस्कारो को
भूल ही गए है लोग .......विदेशो में भी संस्कार विहीन होने का परचम लहरा ही
दिया आखिरकार !!!!!!!!!!!!!!!!!!सविता मिश्रा
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