जिन्दगी
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ओ जिन्दगी तेरे नखरे
सहते-सहते जब थक जायेगें
यूँ कुछ कर गुजर जायेगें
कि तुम अवाक स्तब्ध रह जाएगी
फिर भूले से भी हमें ना रुलायेगी ...सविता मिश्रा
जिंदगी
++++++++++
दिल जब कभी बहुत
उदास हो जाता है तो
यूँ ही कुछ भी
उटपटांग ही
कह जाता है
पर बर्खास्त जिंदगी को
कर न पाओगें
कभी भी
जब कभी
करने पर आओगें
मोह माया में
फंस ही जाओगें |सविता मिश्रासविता मिश्रा
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ओ जिन्दगी तेरे नखरे
सहते-सहते जब थक जायेगें
यूँ कुछ कर गुजर जायेगें
कि तुम अवाक स्तब्ध रह जाएगी
फिर भूले से भी हमें ना रुलायेगी ...सविता मिश्रा
जिंदगी
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दिल जब कभी बहुत
उदास हो जाता है तो
यूँ ही कुछ भी
उटपटांग ही
कह जाता है
पर बर्खास्त जिंदगी को
कर न पाओगें
कभी भी
जब कभी
करने पर आओगें
मोह माया में
फंस ही जाओगें |सविता मिश्रासविता मिश्रा
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