Thursday 10 October 2013

माँ मेरे रूह में तू बसी --



खबर आई थी कि
तू अस्पताल में है माँ,
सास घर पर थीं
कमजोर दांतो को अपने

निकलवा कर-

दोनों को ही
एक समान
आदर देने के चक्कर में
कल पर छोड़ दिया था
तुझसे मिलना मैंने माँ |

पर वह कल कभी नहीं आया
बल्कि उस कल के सूरज उगते ही
एक मनहूस खबर आई थी
मेरे जीवन का सूरज
मुझमें अपना सारा तेज भरकर
डूब चुका था अनन्त में
भागते हुए पहुँची थी अस्पताल
पर नहीं मिली वहाँ
मुझे तू माँ !

मायके पहुँची तोतू वहां थी
किन्तु हमेशा के लिए
मौन हो चुकी थी
तेरा मृत शरीर सामने था
वह सब अविश्वसनीय सा था |

जीवन का पहला अनुभव था
किसी मिट्टी हुए शरीर को
झकझोर करके उठाना
आसपास फैली अजीब सी
मनुहूसियत, दुखी -मुरझाये चेहरे
आभास करा रहे थे
कि तू नहीं रही माँ !

आँसू थे कि थमने का
नाम ही नहीं ले रहे थे
आँखों के साथ मन रो रहा था
आत्मा चीत्कार रही थी

जब तुझे ले जाने लगे थे
उस तख्ती पर
तो भी समझ नहीं आया मुझे
लगा ही नहीं
कि सच में अब नहीं रही
इस दुनिया में तू माँ !

घर में आईं रिश्तें की
बहन बेटियाँ बहुएँ
जेठानी, देवरानी
सब तैयारी में लगे थे
नहाने और तेरा शरीर जहाँ था
उस स्थान को धोने में !

पवित्र करने में
छिड़क रहें थे वह गंगाजल
जो तेरे ही द्वारा लाया गया था
वह पवित्र जल भी
मुझ सा ही भ्रमित था।

हम खोये थे
बालकनी की खिड़की पर अटके
और सोच रहे थे
कि तू चिता से उठ जाएगी
सब को आश्चर्य में डाल
लौट आएगी घर अपने
रास्ता तकते रहे थे
जब तक सब न आ गए
तब तक तेरे होने की
खुशखबरी का था
बेसब्री से इन्तजार माँ !

पर
ऐसा न हुआ
फिर भी विश्वास था कि
टूट ही नहीं रहा था
जब-जब बेटी का होता है जन्म
सोचते है
शायद तू उनमें
रूप धरकर आ जाएगी
पर यह भ्रम भी
एक दो साल का होने पर
टूट जाता है
क्योंकि तुझ सा
उनमें कुछ भी नहीं दिखता ...!

ओ माँ
तू सशरीर इस दुनिया में भले ना हो
पर मेरे रूह में तू अब भी बसती है...।।

सविता मिश्रा 'अक्षजा'

माँ से बढकर दूजा शब्द नहीं 

3 comments:

संतोष पाण्डेय said...

माँ तो बस माँ होती है।

दिगम्बर नासवा said...

माँ के लिए लिखे गए इन उद्गार के सामने मौन हूं ... उसको भूलना जीवन में तो संभव नहीं होता ... माँ जैसा कोई नहीं होता ...

सविता मिश्रा 'अक्षजा' said...

https://www.facebook.com/photo.php?fbid=439070289464565&set=a.609248962446696.1073741833.100000847946357&type=3&src=https%3A%2F%2Fscontent-b-ams.xx.fbcdn.net%2Fhphotos-xpf1%2Fv%2Ft1.0-9%2F309199_439070289464565_2085843400_n.jpg%3Foh%3D2e9f52553ea4bb6fc2df095ac415a0d7%26oe%3D551D49B9&size=403%2C403